हम इस आर्टिकल में भारतीय सेना (Indian army) में उपयोग हो रहे शौर्य मिसाइल (Shaurya Missile) के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जानेंगे तो आइए जानते हैं ‘Shaurya Missile’ के विशेष विवरण (full specifications) के बारे में
Table of Contents
शौर्य मिसाइल क्या है(What Is Shaurya Missile In Hindi)?
शौर्य मिसाइल सतह से सहत पर मार करने वाली परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइल है जिसे भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भारतीय सशस्त्र बलों के उपयोग के लिए विकसित किया है।
विशेष विवरण (Shaurya Missile specifications in hindi)
प्रकार (Type) | सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल |
उत्पत्ति का स्थान (Place of origin) | भारत |
निर्माता (Manufacturer) | रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation) |
प्राथमिक उपयोगकर्ता (Primary user) | भारतीय सशस्त्र बल (Indian Armed Forces) |
द्रव्यमान (Mass) | 6.2 टन |
लंबाई (Length) | 10 मीटर (33 फीट) |
व्यास (Diameter) | 0.74 मीटर (2.4 फीट) |
वारहेड(Warhead) | पारंपरिक और रणनीतिक परमाणु हथियार (Conventional and strategic nuclear) |
वारहेड वजन (Warhead weight) | 200-1,000 किलोग्राम |
इंजन (Engine) | दो-चरण ठोस रॉकेट मोटर (Two-stage solid rocket motor) |
आगे ठेलने या ढकेलने वाला (Propellant) | ठोस ईंधन (Solid fuel) |
रेंज (range) | 700-1,900 किमी |
उड़ान की ऊँचाई (Flight altitude) | 50 किमी |
अधिकतम गति (Max. speed) | मैक 7.5 (9,187.8 किमी / घंटा; 5,709.1 मील प्रति घंटे; 2.55218 किमी / सेकंड) |
मार्गदर्शन प्रणाली (Guidance system) | रिंग लेजर गायरो इनरट्रियल नेविगेशन सिस्टम और एक्सेलेरोमीटर (Ring laser gyro inertial navigation system and accelerometer) |
सटीकता (Accuracy) | 20 मीटर से 30 मीटर CEP |
प्रक्षेपण मंच (Launch platform) | कैनिस्टराइज्ड ट्रांसपोर्टर एरेक्टर लांचर या भूमिगत साइलो (Canisterised transporter erector launcher or underground silo) |
परिचय (Introduction Of Shaurya Missile )
- यह उच्च प्रदर्शन, नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली, कुशल प्रणोदन प्रणाली, उच्च तकनीक नियंत्रण तकनीकों और कनस्तर प्रक्षेपण की एक जटिल प्रणाली के रूप में वर्णित है।
- यह आसानी से सड़क मार्ग से ले जाया जा सकता है।
- उड़ान समय 500 सेकंड और 700 सेकंड के बीच है।
- शौर्य एक समग्र कनस्तर में संग्रहित रहती है जो रखरखाव के बिना बहुत लंबी अवधि के लिए संग्रहित करने के लिए एवम संभालने और परिवहन मे बेहतर है।
- उच्च गतीय दो चरणो वाली शौर्य अत्यधिक चुस्त है मौजूदा मिसाइल रोधी रक्षा प्रणाली को इसके विरुद्ध कमजोर बनाता है।
- शौर्य कम ऊंचाई पर भी छह मैक के वेग तक पहुँच सकती हैं।
- सतह पर समान रूप से गर्मी प्रसार के लिए ये धुरी पर घूमती है।
- शौर्य में शामिल प्रौद्योगिकियों मे त्वरण मीटर और गायरोस्कोप शामिल है।
शौर्य मिसाइल की विशेषताएं
- ये मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस है जो जमीन से जमीन पर मार करने में सक्षम है।
- ये मिसाइल काफी हल्की है जो मौजूदा मिसाइल सिस्टम को मजबूत करेगी।
- टारगेट की ओर बढ़ते हुए ये मिसाइल अंतिम चरण में हाइपरसोनिक स्पीड हासिल कर लेता है।
- जो चीज इसको खास बनाती है वो है इसकी रेंज क्षमता, 800 किलोमीटर दूर तक टारगेट को ध्वस्त करने वाली इस मिसाइल के आने से भारत की तागत में इजाफा हुआ है।
- डीआरडीओ स्ट्रैटिजिक मिसाइल के फील्ड में देश को पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास में है।
- यह मिसाइल पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का जमीनी रूप है।
- टू-स्टेज रॉकेट वाली यह मिसाइल 40 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचने से पहले आवाज की छह गुना रफ्तार से चलती है।
- इस मिसाइल का परीक्षण तटीय ओडिशा के बालासोर में किया गया।
- इस मिसाइल की खास बात ये भी है कि यह संचालित करने में हल्की और आसान होगी।
- शौर्य मिसाइल के आने से मौजूदा मिसाइस सिस्टम को मजबूती मिलेगी |
शौर्य मिसाइल (Shaurya Missile) में क्या है खास?
- शौर्य मिसाइल एक ऐसा डिलिवरी सिस्टम है जिसे एक कम्पोजिट कैनिस्टर में स्टोर किया जा सकता है। इस वजह से मिसाइल को कहीं भी तैनात करना और बाहरी चीजों से बचाना आसान है।
- मिसाइल की रफ्तार इतनी तेज है कि सीमा पार बैठे दुश्मन के रडार को इसे डिटेक्ट, ट्रैक करने और इंटरसेप्ट करने के लिए 400 सेकेंड्स से भी कम का वक्त मिलेगा।
- क्रूज मिसाइल की खूबियों से लैस है ये बैलिस्टिक मिसाइल
- टू-स्टेज रॉकेट वाली शौर्य मिसाइल पहले ऊंचाई हासिल करती है, फिर टारगेट की ओर बढ़ती है।
- यह मिसाइल 50 किलोमीटर की ऊंचाई पर मैच 7 या 2.4 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से चलती है।
- टारगेट को हिट करते वक्त इसकी रफ्तार मैच 4 हो जाती है। इसका वॉरहेड 160 किलोग्राम का है।
- वैसे तो यह बैलिस्टिक मिसाइल सॉलिड फ्यूल से चलती है लेकिन क्रूज मिसाइल की तरह खुद को टारगेट तथा गाइड कर सकती है।
- यह अपने साथ न्यूक्लिअर पेलोड ले जा सकती है।
शौर्य मिसाइल का परीक्षण
- शौर्य मिसाइल का प्रथम परीक्षण 12 नवम्बर 2008 को किया गया। मिसाइल एक भूमिगत सुविधा से चांदीपुर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज मे निर्मित परिसर-3 से लॉन्च किया गया था।
- शनिवार 24 सितंबर 2011 को अपने अंतिम कॉन्फ़िगरेशन में ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (Integrated test range) से तीसरी बार मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया।
- इस मिसाइल ने 7.5 मैक पर उड़ान भरी , और 500 सेकंड में इसकी 700 किलोमीटर की पूरी रेंज को कवर किया। इस परीक्षण के बाद, मिसाइल उत्पादन और नौसेना में शामिल होने के लिए तैयार है ।
- 3 अक्टूबर 2020 को, DRDO ने बालासोर से शौर्य के एक उन्नत संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जो उपयोगकर्ता के परीक्षणों के भाग के रूप में था।
- शौर्य मिसाइल लगभग 800 किलोमीटर की दूरी के लक्ष्य पर प्रहार कर सकती है जो मिसाइल प्रणालियों के मौजूदा वर्ग का पूरक होगा।
- शौर्य का अग्रिम संस्करण हल्का वजन है और मिसाइल रक्षा और प्रतिसाद प्रणाली (Response system) को बेकार करने के लिए लक्ष्य के करीब जाने के अंतिम चरण के दौरान हाइपरसोनिक गति तक पहुंचता है ।
- इस मिसाइल के विकास का कार्यक्रम 1990 के दशक में शुरू हुआ।
- नए संस्करण वाली मिसाइल की रेंज 6,000 किमी तक है।
- भारत पहले कई बार के-4 मिसाइलों का सफल परीक्षण कर चुका है, जिनकी रेंज 3,500 किमी तक रही।
- के-5 और के-6 कोडनेम वाली मिसाइलें विकसित की जा रही हैं, उनकी रेंज 5,000-6,000 किमी तक होगी।
K- Family के वेरिएंट्स, जमीन और हवा में भी विकसित
ये मिसाइलें सबमरीन यानि कि पनडुब्बियों से भी लॉन्च की जा सकती है। ये मिसाइलें हल्की, छोटी और पकड़ में ना आने वाली मिसाइल हैं। हालांकि के-फैमिली की ज्यादातर मिसाइलें सबमरीन लॉन्च ही हैं, लेकिन इसके जमीनी और हवाई वेरिएंट भी डीआरडीओ ने विकसित किए हैं।
k- family मिसाइल की अहमियत?
भारत की परमाणु मिसाइल को लेकर नीति यह है कि वह इनसे हमले की पहल नहीं करेगा। इसके बावजूद, दुश्मन को जवाब देने के लिहाज से सुरक्षा को मजबूत करने त्रिस्तरीय न्यूक्लियर शक्ति के विकास में इन मिसाइलों का होना महत्वपूर्ण है। समुद्र बेस्ड, पानी के अंदर न्यूक्लियर क्षमता से लैस हमलावर मिसाइलें होने से भारत की परमाणु शक्ति दोगुनी हो जाती है।
भारत को इन मिसाइल की जरूरत क्यों हैं?
वास्तव में, पाकिस्तान और चीन तथा अन्य पड़ोसी देशों के साथ भारत समुद्र में भी युद्ध के मोर्चे पर है। एक तरफ चीन परमाणु क्षमता वाली कई सबमरीन विकसित कर चुका है, इसलिए भारत के लिए जवाबी कार्रवाई के लिए के-फैमिली की मिसाइलों का सफल परीक्षण करना बेहद जरूरी और अहम हो जाता है।
इस आर्टिकल से सम्बंधित आप के मन में उठ रहे कुछ सवालों के जबाब के बारे में अब जानेंगें |
शौर्य मिसाइल क्या है?
शौर्य मिसाइल सतह से सहत पर मार करने वाली परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइल है जिसे भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भारतीय सशस्त्र बलों के उपयोग के लिए विकसित किया है।
क्या शौर्य एक क्रूज मिसाइल है?
नहीं , क्रूज मिसाइल की खूबियों से लैस है ये बैलिस्टिक मिसाइल है |
शौर्य किस प्रकार की मिसाइल है?
शौर्य मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस है तथा जमीन से जमीन पर मार करने में सक्षम,बैलिस्टिक मिसाइल है |
शौर्य मिसाइल की रेंज क्या है?
जो चीज इसको खास बनाती है वो है इसकी रेंज क्षमता, 800 किलोमीटर दूर तक टारगेट को ध्वस्त करने वाली इस मिसाइल के आने से भारत की तागत में इजाफा हुआ है।
शौर्य मिसाइल से सम्बंधित ऐसे ही और सवालों के जबाब के लिए निचे दिए गए बॉक्स में कमैंट्स करें
आप के सारे सवालों का उत्तर हम देने का प्रयास करेंगे |
भारतीय थल सेना (Indian Army) में उपयोग हो रहे बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण आर्टिकल जिसे आप को जरुर पढ़ना चाहिए।
Hola, como hago para ser una de los 100 que votan? Carolee Byran Jenne
Carolee Byran Jenne,
Gracias por tu comentario,
Podrá suscribirse y votar en los próximos días.